जसोल कस्बे में नाकोड़ा रोड स्थित तेरापंथ भवन के पास संचालित किराणा दुकान के संचालक के साथ बैंक रिकवरी एजेंटों द्वारा मारपीट करने और नकदी व मोबाइल छीनने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर तीन बैंक कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, नाकोड़ा रोड पर स्थित रानी भटियाणी किराणा जनरल स्टोर पर 28 नवंबर को आईडीएफसी बैंक पचपदरा रोड शाखा के कर्मचारी किश्त वसूली के लिए पहुंचे थे। उस समय दुकान के मालिक सुरेश प्रजापत साले की शादी के सिलसिले में बालोतरा सामान लेने आए हुए थे। दुकान की देखरेख उसका भाई श्रवण प्रजापत कर रहा था।
बैंक कर्मचारियों ने किश्त की मांग की तो श्रवण ने बताया कि एक किश्त बकाया है, जिसे सुरेश के आने पर सुबह तक जमा करा दी जाएगी। इस पर कर्मचारी वहां से लौट गए।
शाम को फिर पहुंचे एजेंट, बढ़ा विवाद
पीड़ित के अनुसार, शाम लगभग 5 बजे बैंक के तीन कर्मचारी दुबारा दुकान पर पहुंचे और किश्त को लेकर श्रवण से बहस करने लगे। बात बढ़ने पर तीनों ने श्रवण के साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में उसे गंभीर चोटें आईं।
आरोप है कि इस दौरान एजेंटों ने दुकान के गल्ले में रखे 96 हजार रुपए नकद और श्रवण का मोबाइल फोन भी छीन लिया। झगड़े के दौरान दुकान में तोड़फोड़ भी की गई।
पुलिस में मामला दर्ज
पीड़ित पक्ष की शिकायत पर जसोल पुलिस ने आईडीएफसी बैंक पचपदरा रोड शाखा के तीन कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट, चोरी और तोड़फोड़ सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने घटनास्थल का मौका-मुआयना कर जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय व्यापारियों में रोष
घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों में बैंक रिकवरी एजेंटों की कार्यशैली को लेकर आक्रोश फैल गया है। व्यापारियों ने कहा कि किश्त वसूली के नाम पर मारपीट और दबाव बनाना पूरी तरह गलत है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।









