जैसलमेर (तनोट)। राजस्थान के सीमावर्ती जिले जैसलमेर के तनोट थाना क्षेत्र से एक शर्मनाक और हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है, जिसने न सिर्फ स्थानीय लोगों में आक्रोश फैलाया है, बल्कि पूरे प्रदेश में सनसनी मचा दी है। वायरल हो रहे इस वीडियो में एक युवती नग्न अवस्था में कार में बैठकर एक बुजुर्ग व्यक्ति के साथ अश्लील हरकतें करती दिखाई दे रही है। वीडियो को एक पोर्न साइट से जुड़े सोशल मीडिया अकाउंट पर अपलोड किया गया और बाद में विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर किया गया।

क्या है मामला?
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि युवती एक कार में नग्न अवस्था में बैठी है और सड़क किनारे खड़े एक बुजुर्ग से अश्लील हरकतें कर रही है। यह सब कैमरे में रिकॉर्ड किया गया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया गया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह एक सुनियोजित साजिश हो सकती है जिसमें युवती ने अपना चेहरा और आवाज डिजिटल रूप से छिपाकर खुद को बचाने की कोशिश की है, जबकि बुजुर्ग व्यक्ति का चेहरा साफ दिख रहा है। बताया जा रहा है कि युवती खुद को दिल्ली निवासी बता रही है, हालांकि इस दावे की जांच अभी जारी है।
सोशल मीडिया की अंधी दौड़ और पोर्न इंडस्ट्री की काली सच्चाई
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि कैसे सोशल मीडिया पर लोकप्रियता और पैसे कमाने की लालसा समाज को पतन की ओर ले जा रही है। साइबर क्राइम विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कई गिरोह सक्रिय हैं, जो अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें पोर्न वेबसाइट्स या डार्क वेब पर बेचकर कमाई करते हैं। इसमें कई बार भोले-भाले, तकनीक से अनजान ग्रामीण लोगों को निशाना बनाया जाता है।
जिला पुलिस अधीक्षक ने की आमजन से अपील, सोशल मीडिया पर अनावश्यक वायरल न करे वीडियो
जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर सुधीर चौधरी के निर्देशन में,सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के संबंध में पुलिस थाना तनोट में दर्ज किया प्रकरण, विस्तृत अनुसंधान जारी,जिला पुलिस की आमजन से अपील, सोशल मीडिया पर अनावश्यक वायरल न करे वीडियो@PoliceRajasthan@Igp_Jodhpur pic.twitter.com/G28tvD0GO8
— Jaisalmer Police (@JaisalmerPolice) May 4, 2025
बुजुर्ग को बनाया गया ‘शिकार’
वीडियो में दिख रहे लगभग 65-70 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति को शायद इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि उन्हें जानबूझकर इस घिनौने वीडियो में फंसाया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक सुनियोजित चाल थी, जिसमें बुजुर्ग को बदनाम करने और वीडियो की ‘वायरल वैल्यू’ बढ़ाने के लिए शामिल किया गया।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, पुलिस मामले की जांच में जुटी
घटना सामने आने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों ने इसे समाज, संस्कृति और सम्मान पर हमला करार दिया है। इस मामले में जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर वीडियो की उत्पत्ति, अपलोडिंग स्रोत और आरोपियों की पहचान के लिए छानबीन शुरू कर दी है।
समाज को चेतावनी – आप भी हो सकते हैं अगला शिकार
यह घटना एक कड़ी चेतावनी है कि डिजिटल युग में कोई भी व्यक्ति, विशेषकर बुजुर्ग या ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले लोग, इस तरह की साजिशों का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में निम्नलिखित सावधानियां बेहद जरूरी हैं:
- अजनबियों से सतर्क रहें – किसी भी अजनबी के असामान्य व्यवहार पर तुरंत सतर्क हो जाएं।
- पब्लिक प्लेसेज पर सतर्कता – सड़कों या सुनसान स्थानों पर अकेले होने पर अलर्ट रहें।
- डिजिटल जागरूकता बढ़ाएं – अपने परिवार, विशेषकर बुजुर्गों को इंटरनेट के खतरों के प्रति जागरूक करें।
- संदिग्ध घटनाओं की सूचना दें – किसी भी असामान्य गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस या साइबर सेल को दें।
कानूनी और सामाजिक सवाल
यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है:
- क्या सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री रोकने के लिए पर्याप्त तंत्र है?
- क्या ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में डिजिटल साक्षरता की कमी इन अपराधों को बढ़ावा दे रही है?
- क्या सोशल मीडिया और पोर्नोग्राफी का फैलता जाल हमारे नैतिक और सामाजिक मूल्यों को चुनौती दे रहा है?
सरकार और समाज की ज़िम्मेदारी
इस घटना को एक चेतावनी की तरह लेते हुए सरकार और समाज दोनों को मिलकर काम करना होगा:
- साइबर अपराध कानूनों को मजबूत करें।
- सोशल मीडिया पर निगरानी को सख्त बनाएं।
- ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर जागरूकता अभियान चलाएं।
- अश्लील सामग्री पर त्वरित कार्रवाई की व्यवस्था करें।
निष्कर्ष: वक्त है चेतने का
जैसलमेर की यह घटना महज एक स्थानीय स्कैंडल नहीं है, बल्कि यह उस बड़े खतरे की ओर इशारा करती है, जो हमारे समाज और संस्कृति को डिजिटल माध्यमों के जरिए दीमक की तरह खोखला कर रहा है। पुलिस की जांच और कानूनी कार्रवाई अपनी जगह जरूरी हैं, लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी है कि हम सब इस खतरे को समझें, जागरूक बनें और दूसरों को भी सतर्क करें।
“आपकी जागरूकता किसी मासूम को शिकार बनने से रोक सकती है।”

