- एक ओर बालोतरा जिला बनने जा रहा है, वहीं यहां आसपास के कुछ मोहल्लों में अंधेरा हैं
- मामला शहर में रोड लाइटों का है। वार्ड नंबर 6 व 37 में यहां पिछले 2 माह से रोड लाइटें खराब पड़ी हुई हैं। इन्हें दुरुस्त करवाने के लिए लोगों ने
नगर परिषद, प्रशासन को अवगत भी करवा दिया है, लेकिन अंधेरा तो अभी भी कायम में। दीपावली का त्योाहर नजदीक है और लाइटें बंद पड़ी हैं।
2 माह से नहीं जल रही हैं
बालोतरा। शहर में चोरी की वारदात बढ़ रही हैं लेकिन नगर परिषद प्रशासन रोड़ लाइटों की स्थिति को नहीं सुधार पा रहा है। शहर में कही मोहौलो में रोड़ लाइटों के पोल बंद पड़े हैं। ऐसे में रात के समय बाजारों और मोहौलो में अंधेरा छा जाता है। बार-बार शिकायतों के बावजूद नगर परिषद प्रशासन व्यवस्था में सुधार नहीं कर पा रहा। शहर के वार्ड नंबर 6, 36, 37 सहित कई वार्डों में रोड़ लाइटों के पोल बंद पड़े हैं।
समदड़ी रोड, जाट सभा भवन, ठक रानी का जाव हेमसागर कॉलोनी सहित अन्य कॉलोनियों की गलियों में भी बीच-बीच में लाइट के प्वाइंट बंद होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इससे जनहानि हो सकती है।
अंधेरे में अनहोनी का डर
अंधेरे में लोगों को अनहोनी का डर सताता रहता है।
घर से बाहर बाइक चोरी होना,
अंधेरे में मोबाइल छीनना, पैसा छीनना तथा शराब पीकर उत्पात मचाना क्राइम तो आम बात हो गई है। लोग अंधेरे में कई तरह की आवाजें निकालते हुए गुजरते हैं। अंधेरे से उनकी पहचान तक नहीं हो पाती है।