बालोतरा थाने के हिस्ट्रीशीटर और भारत सरकार के केंद्रीय राज्य कृषि मंत्री कैलाश चौधरी पर बागी हुए नेताओं ने टिकट वितरण को लेकर कई आरोप लगाए और राजनिताज्ञो का मानना है कैलाश चौधरी ने चुनावी जिले बाड़मेर में भाजपा की पुरी गणित ही बिगाड़ दिया है बाड़मेर जिले में आचार संहिता लगने से पहले कई विधानसभा सीटों बढ़त पर थी परन्तु टिकट का वितरण सही उम्मीदवारों का चयन नही होने से भाजपा बाड़मेर जिले से पिछड़ रही है
कैलाश चौधरी के टिकट वितरण ने बिगाड़ दी भाजपा की गणित
बाड़मेर जिले में आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए हालात ठीक नहीं दिख रहे हैं। पार्टी के कई नेताओं ने पार्टी से नाराज होकर बागी हो गए हैं। इन नेताओं का आरोप है कि केंद्रीय राज्य कृषि मंत्री कैलाश चौधरी ने टिकट वितरण में पक्षपात किया है।
बाड़मेर जिले में भाजपा की कई सीटें बढ़त पर थीं, लेकिन टिकट वितरण सही उम्मीदवारों को नहीं होने से पार्टी पिछड़ रही है। भाजपा की केंद्रीय समिति ने कैलाश चौधरी को डेमेज कंट्रोल का अध्यक्ष बनाया था, लेकिन उन्होंने पार्टी को नुकसान पहुंचाने का ही काम किया है।
बाड़मेर-जैसलमेर पूर्व संसद कर्नल सोनाराम चौधरी भाजपा से कांग्रेस में चले गए हैं। बाड़मेर से नेत्री प्रियंका चौधरी की टिकट काटी गई तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। कर्नल सोनाराम और प्रियंका चौधरी के भाजपा छोड़ने के बाद जाट समाज ने अब बीजेपी से पूरे जिले में किनारा कर लिया है।
शिव विधानसभा से युवा नेता रवींद्र सिंह भाटी निर्दलीय मैदान में हैं। वही बालोतरा भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष महेश बी चौहान भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। शिव पूर्व विधायक जालम सिंह आरएलपी में शामिल हो गए हैं। चोहटन पूर्व विधायक तरुण राय कागा आरएलपी में शामिल हो गए हैं। जैसलमेर में तालिबानी बयान देने से मुसलमान नेता बीजेपी से नाराज हैं।
मौजूदा समय में भाजपा एक मात्र सिवाना विधानसभा सीट पर जीत संभावना है। जिले में प्रचार युद्ध स्तर पर है, लेकिन कैलाश चौधरी कहां हैं, यह पता नहीं है।
कैलाश चौधरी पर लग रहे आरोप
बागी हुए नेताओं ने कैलाश चौधरी पर कई आरोप लगाए हैं। इन आरोपों में शामिल हैं:
- टिकट वितरण में पक्षपात
- वंशवाद को बढ़वा देना
- युवाओं को टिकट नहीं देना
- अपराधियों को उम्मीदवार बनाना
वंशवाद को बढ़वा देना
पचपदरा विधानसभा से पूर्व विधायक और पूर्व राजस्व मंत्री रहे अमराराम चौधरी के बेटे अरुण चौधरी को टिकट देना और बाड़मेर विधानसभा से पूर्व विधायक स्व.तगाराम चौधरी के पोते दीपक कड़वासरा को टिकट दिया
टिकट वितरण में पक्षपात
पूरे राजस्थान में भाजपा ने मुस्लिम नेताओ एक भी टिकट नहीं दी जिससे मुस्लिम धर्म और नेताओ में भाजपा के प्रति विरोध है
युवा नेता को टिकट नहीं देना
एक हफ़्ते पहले भाजपा में शामिल हुए युवा नेता रविंद्र सिंह भाटी का टिकट नहीं देकर स्वरूप सिंह खारा को टिकट दिया
अपराधियों को उम्मीदवार बनाना
बाड़ी विधानसभा से तीन बार कांग्रेस के विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा पर 21 आपराधिक मामले होने के कारण कांग्रेस ने टिकट काट दी उसके बाद मालिंगा भाजपा की अंतिम सूची जारी होने के 7 घंटे पहले भाजपा में शामिल गये और भाजपा ने बाड़ी विधान सभा से टिकट देकर उम्मीदवार भी बना दिया वहाँ भी भाजपा कार्यकर्ताओं में पैराशूट नेता का विरोध देखने को मिल रहा है
आज हर कांग्रेसी के लिए गर्व का दिन है
आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद तीन बार के विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा आज भाजपा में शामिल हो गए। टिकट कटने का मुख्य कारण यह है कि मलिंगा पर एक दलित इंजीनियर पर बेरहमी से हमला करने का आरोप है… pic.twitter.com/gmnvivzUMG
— Akhil Chaudhary (@akhilchaudhary) November 1, 2023
भाजपा के लिए चुनौती
बाड़मेर जिले में भाजपा के लिए चुनौती बढ़ गई है। पार्टी को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। अगर पार्टी इन चुनौतियों का सामना नहीं कर सकी तो उसे चुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता है।