बालोतरा शहर के प्रमुख मंदिरों में 17 दिसंबर से 31 दिसंबर तक ठाकुरजी के विवाह उत्सव की धूम रहेगी। इस दौरान मंदिरों को आकर्षक सजावट के साथ सजाया जाएगा और भक्ति रस के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मल मास में ठाकुरजी के विवाह उत्सव शहर के देवालयों में मनाए जाते हैं। इस दौरान मंदिरों को विवाह स्थलों की तरह सजाया जाता है। मंदिरों में ठाकुरजी को दूल्हा और राधा को दुल्हन के रूप में सजाया जाता है।
दौलत आर प्रजापत ।
नया चोंच मंदिर
इस मंदिर में 17 से 31 दिसंबर तक हर रोज अलग-अलग भक्ति रस के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मंदिर प्रांगण सहित देव गर्भ गृह को रंग रोगन कर दीवारों पर कई देव कलाकृतियों को सजाया गया है। मंदिर के मुख्य द्वार को रौशनी से सजाया गया है तो गर्भ गृह को अलग-अलग फूलों से और बाहरी मंदिर प्रांगण को दूदिया रौशनी से सजाया गया है।
मोहनराय जी मंदिर:इस मंदिर को भी श्रंगारित किया गया है। निज मंदिरों में साप्ताहिक सांझी गीतों का आयोजन होगा। हर रोज अलग-अलग प्रकार के मेवों व मिठाई की प्रसाद का भोग लगाकर रात्रि विशेष रूप से आरती होगी।
बालाजी मंदिर: इस मंदिर में भी विवाह उत्सव के दौरान कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जोनराजाजी मंदिर: इस मंदिर में भी विवाह उत्सव के दौरान कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इन आयोजनों में सैकड़ों की संख्या में भक्त सज-धज कर ठाकुरजी विवाह उत्सव में शामिल होते हैं।
उत्सव की प्रमुख विशेषताएं
- मंदिरों को विवाह स्थलों की तरह सजाया जाएगा।
- ठाकुरजी को दूल्हा और राधा को दुल्हन के रूप में सजाया जाएगा।
- हर रोज अलग-अलग भक्ति रस के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- निज मंदिरों में साप्ताहिक सांझी गीतों का आयोजन होगा।
- हर रोज अलग-अलग प्रकार के मेवों व मिठाई की प्रसाद का भोग लगाया जाएगा।
- रात्रि विशेष रूप से आरती होगी।
- सैकड़ों की संख्या में भक्त सज-धज कर ठाकुरजी विवाह उत्सव में शामिल होंगे।
मुख्यत मंदिर
नया चोंच मंदिर । मंदिर सयोजक राधेश्याम सर्राफ,पुजारी गजेंद्र वैष्णव ।
मोहनराय जी मंदिर पुजारी जसराज ,पुरषोत्तम दास पालीवाल ,बालाजी मंदिर पुजारी चरणदास वैष्णव ,पुजारी प्रतिदिन देव प्रतिमाओं का व देव गृह का आकर्षक फूलों से श्रंगार ।
जोनराजजी मंदिर साहित कई अन्य और भी मंदिरों में आयोजन होंगे।